इस गांव में राम राज्य! नशामुक्त, प्लास्टिक मुक्त, 0% क्राइम और 100% साक्षरता

Agency:Local18
Last Updated:January 27, 2025, 11:37 IST
Gujarat Raj Samadhiyala Village: राजकोट से 22 किलोमीटर दूर स्थित राज समढियाला गांव एक आदर्श गांव है. सरपंच हरदेवसिंह जाडेजा के नेतृत्व में गांव ने 0% क्राइम रेट, 100% शिक्षा और मतदान दर हासिल की है. गांव डिजिटल…और पढ़ें
राज समढियाला गांव का 0% क्राइम रेट, 100% शिक्षा
हाइलाइट्स
- गुजरात के राज समढियाला गांव में 0% क्राइम रेट.
 - राज समढियाला गांव में 100% शिक्षा.
 - डिजिटल और प्लास्टिक मुक्त गांव का बेहतरीन मॉड
 
राजकोट: गुजरात के राजकोट शहर से 22 किलोमीटर दूर स्थित राज समढियाला गांव राज्य और जनता की सुख-समृद्धि की कल्पना को साकार करता है. बता दें कि यह गांव राम राज्य की कल्पना को जीवंत करता है. कई प्रारंभिक सुविधाओं और कड़े नियमों के कारण राज्य में एक मिसाल बन गया है. तीसरी बार सरपंच बने हरदेवसिंह जाडेजा के नेतृत्व में, राज समढियाला गांव ने विकास की एक अनोखी कहानी लिखी है. 1983 में जब वे पहली बार सरपंच बने, तब से गांव का सत्रह गुना विकास हुआ है. गांव की सबसे उल्लेखनीय विशेषता यह है कि यहां कोई अपराध नहीं होता. गांव में 0% क्राइम रेट, 100% शिक्षा दर और 100% मतदान हुआ है. यह गांव भारतीय लोकतंत्र की एक उत्कृष्ट मिसाल पेश करता है.
पुरुषों की तुलना में महिलाओं की संख्या अधिक
बता दें कि अक्सर ऐसा होता है कि गांवों में पुरुषों की संख्या अधिक होती है, लेकिन राज समढियाला गांव ऐसा है जहां पुरुषों की तुलना में महिलाओं की संख्या अधिक है. यहां स्त्री भ्रूण हत्या (female feticide) बिल्कुल नहीं होती. गांव में बेटी के जन्म पर माता-पिता को प्रोत्साहित किया जाता है. इस गांव का क्राइम रेट 0% है. पिछले 50 वर्षों में एक भी अपराध इस गांव में दर्ज नहीं हुआ है. यहां कोई पुलिस नहीं आती. यदि कोई छोटे-मोटे मुद्दे उठते हैं, तो उनकी सुनवाई ग्राम पंचायत में होती है और पंचायत कमेटी द्वारा उचित निर्णय लिया जाता है.
शिक्षा दर 100%
1983 में जब हरदेवसिंह जाडेजा सरपंच बने, तब गांव में 1600 पेड़ थे. इसके बाद 65 हजार पेड़ लगाए गए और आज गांव में 75 हजार पेड़ हैं. यहां शिक्षा दर 100% है. गांव में गंदे पानी का भी सदुपयोग किया जाता है. राज समढियाला गांव में लोग अपनी मर्जी से पेड़ की टहनी भी नहीं काट सकते.
यहां पेड़ काटना या उसकी टहनी काटना भी अपराध माना जाता है. ऐसा इसलिए क्योंकि सौराष्ट्र का यह एकमात्र गांव है जहां गंदे पानी को शुद्ध करने का प्लांट लगाया गया है. इसलिए गांव का जो भी गंदा पानी निकलता है, उसे शुद्ध करके पेड़ों को पानी देने, सफाई आदि कार्यों में उपयोग किया जाता है.
राज समढियाला गांव को डिजिटल गांव भी कहा जाता है. हरदेवसिंह जाडेजा के मार्गदर्शन में पूरा गांव वाई-फाई और सीसीटीवी कैमरे लगे हैं. साथ ही यह गांव नशामुक्त और प्लास्टिक मुक्त है. यहां एक नियम है कि जो भी व्यक्ति प्लास्टिक की वस्तु खरीदता है, उसका नाम पैकेट पर लिखा जाता है ताकि अगर वह कहीं प्लास्टिक फेंके तो पता चल सके.
राज समढियाला गांव के नाम पर ये पुरस्कार हैं
इस गांव के नाम पर बेस्ट सरपंच अवार्ड (जिला स्तर का), बेस्ट वाटर हार्वेस्टिंग अवार्ड (राज्य स्तर का), बेस्ट किसान अवार्ड (राज्य स्तर का), विलेज डेवलपमेंट अवार्ड (राष्ट्रीय अवार्ड), निर्मल ग्राम अवार्ड, तीर्थग्राम अवार्ड, समरस ग्राम पंचायत अवार्ड, श्रेष्ठ ग्राम पंचायत अवार्ड (जिला स्तर का) और स्वच्छता के लिए स्वर्णिम ग्राम अवार्ड हैं.
इस गांव में 100% मतदान होता है. यहां जो मतदान नहीं करता उसे जुर्माना लगाया जाता है. यहां वर्षों से ग्राम पंचायत ने नियम बनाया है कि मतदान न करने वाले को 51 से 1000 रुपये तक का जुर्माना लगाया जाता है. इस गांव का इतना विकास हुआ है तो इसमें सबसे बड़ा योगदान राज समढियाला के हरदेवसिंह जाडेजा का है. हरदेवसिंह ने गांव को इस तरह से संवारा है कि अन्य गांवों के लोग भी राज समढियाला के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित हुए हैं.
कुल 300 घर हैं और 100 कारें हैं
राज समढियाला गांव के लोग और पंचायत द्वारा तय किए गए नियम ही इस गांव का कानून हैं. यहां की लोक अदालत ही ग्रामवासियों के लिए सर्वोच्च है. इस गांव को राज्य का आदर्श और स्वच्छ गांव माना जाता है. इस गांव में कुल 300 घर हैं और 100 कारें हैं. गांव की ग्राम पंचायत की फिक्स्ड डिपॉजिट दो करोड़ रुपये है.
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आगामी समय में राज समढियाला गांव इंडस्ट्रियल हब बन सकता है क्योंकि वर्तमान में 20 से अधिक इंडस्ट्रीज निर्माणाधीन हैं. राज समढियाला गांव में कंपनियों को खास फायदा यह है कि यहां सुरक्षा और साक्षरता 100% है. इसलिए यह गांव भविष्य में समृद्धि के पथ पर अग्रसर हो सकता है.
Gujarat
January 27, 2025, 11:37 IST
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Source – News18

