‘मुझे लव बाइट दो!’ महिला ने नाबालिग लड़के को भेजे भद्दे मैसेज, फिर…
Last Updated:September 17, 2025, 09:59 IST
ब्रिटेन के लिवरपूल क्राउन कोर्ट में हाल ही में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया, जिसने समाज में भरोसे और जिम्मेदारी की नींव को हिला कर रख दिया. 44 वर्षीय लिंडी लिया, जो सेंट हेलेंस स्थित एक केयर होम की डिप्टी मैनेजर थीं, को एक नाबालिग किशोर के साथ अवैध संबंध बनाने और क्लास बी ड्रग्स की सप्लाई में शामिल होने के अपराध में दोषी ठहराया गया.
महिला ने नाबालिग के साथ अवैध संबंध बनाए. (फोटो: Merseyside Police)ब्रिटेन के लिवरपूल क्राउन कोर्ट में हाल ही में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया, जिसने समाज में भरोसे और जिम्मेदारी की नींव को हिला कर रख दिया. 44 वर्षीय लिंडी लिया, जो सेंट हेलेंस स्थित एक केयर होम की डिप्टी मैनेजर थीं, को एक नाबालिग किशोर के साथ अवैध संबंध बनाने और क्लास बी ड्रग्स की सप्लाई में शामिल होने के अपराध में दोषी ठहराया गया. अदालत ने उन्हें कुल 23 महीने की जेल की सजा सुनाई है. मामले की शुरुआत तब हुई जब लिंडी लिया पर आरोप लगा कि उन्होंने केयर होम में रह रहे एक किशोर के साथ अनुचित रिश्ता बनाया. व्हाट्सऐप मैसेजेस से यह खुलासा हुआ कि वह नाबालिग से “लव बाइट” की मांग कर रही थीं और उसे छुट्टी लेकर अपने साथ ड्रग्स से भरी एक रात बिताने के लिए कह रही थीं. जांच में पाया गया कि वह अक्सर छोटे कपड़े पहनकर उसके आसपास घूमती थीं और उसे बार-बार अपने पास बुलाती थीं.
सिर्फ इतना ही नहीं, पुलिस को लिंडी के मोबाइल से मैसेज मिले जिनमें वह कैनबिस रेज़िन और केटामाइन बेचने की बात कर रही थीं. इन मैसेजेस के आधार पर उन्होंने ड्रग्स सप्लाई से जुड़े दो आरोप भी स्वीकार किए. अदालत में पेश सबूतों ने यह साबित कर दिया कि यह सिर्फ आकर्षण या संबंध का मामला नहीं था, बल्कि इसमें योजनाबद्ध तरीके से नाबालिग को गुमराह करना शामिल था. नाबालिग की मां ने कोर्ट में बयान देते हुए कहा कि यह घटना उनके परिवार के लिए किसी त्रासदी से कम नहीं है. उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने बेटे को बेहतर देखभाल और सुरक्षित माहौल के लिए केयर होम भेजा था, ताकि पेशेवर लोग उसकी मदद कर सकें लेकिन वहां उसे सुरक्षा मिलने के बजाय एक शिकारी महिला के हाथों सौंप दिया गया.
अदालत का फैसला
प्रॉसिक्यूटर ग्राहम पिकावेंस ने अदालत में कहा कि यह विश्वासघात का गंभीर और लगातार चलने वाला मामला है. एक संवेदनशील और परेशान बच्चे को, जिसे सुरक्षा और देखभाल की जरूरत थी, लिंडी ने अपने स्वार्थ के लिए गुमराह किया. अदालत ने उन्हें नाबालिग को यौन गतिविधि के लिए उकसाने के मामले में 15 महीने की सजा और ड्रग्स सप्लाई में शामिल होने के लिए 8 महीने की सजा सुनाई. दोनों सजाएं मिलाकर कुल 23 महीने की कैद तय की गई. इसके साथ ही अदालत ने लिंडी पर 10 साल का रेस्ट्रेनिंग ऑर्डर लगाया है, जिससे वह पीड़ित और उसकी मां से किसी भी प्रकार का संपर्क नहीं कर पाएंगी. इसके अलावा, उन्हें 10 साल तक यौन अपराध रोकथाम आदेश (SHPO) के तहत निगरानी में भी रखा जाएगा.
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आशुतोष अस्थाना न्यूज़18 हिन्दी वेबसाइट के ऑफबीट सेक्शन सीनियर सब-एडिटर के पद पर कार्यरत हैं. यहां वो दुनिया की अजीबोगरीब खबरें, अनोखे फैक्ट्स और सोशल मीडिया पर ट्रेंडिंग न्यूज़ को कवर करते हैं. आशुतोष को डिजिटल…और पढ़ें
आशुतोष अस्थाना न्यूज़18 हिन्दी वेबसाइट के ऑफबीट सेक्शन सीनियर सब-एडिटर के पद पर कार्यरत हैं. यहां वो दुनिया की अजीबोगरीब खबरें, अनोखे फैक्ट्स और सोशल मीडिया पर ट्रेंडिंग न्यूज़ को कवर करते हैं. आशुतोष को डिजिटल… और पढ़ें
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Source – News18

