सड़क किनारे बनी है महिला की मूर्ति, लोग करते हैं गंदी हरकत!
Last Updated:March 22, 2025, 16:14 IST
डबलिन में मॉली मैलोनी के पुतले से लोगों ने सालों तक ऐसी हरकत की कि अब पुतला का रंग उतरने लगा है. जो भी वहां से गुजरता है, वो पुतले के सीने को छूकर जाता है. लोगों के बार-बार छूने से कांस्य की बनी इस प्रतिमा का र…और पढ़ें

1988 में लगी थी ये मूर्ति. (फोटो: Canva)
मान्यताओं के नाम पर दुनिया में इतना कुछ अजीबोगरीब होता है कि जब दूसरे देशों के लोगों को उसके बारे में पता चलता है तो उन्हें हैरानी ही होती है. कई बार आस्था अंधविश्वास में बदल जाती है और लोगों को ये समझ ही नहीं आता कि वो गलती कर रहे हैं. आयरलैंड के एक शहर में ऐसे ही एक अंधविश्वास की वजह से लोगों ने एक मूर्ति को बर्बाद कर दिया. यहां पर सड़क के किनारे एक महिला (Molly Malone statue) की मूर्ति है. आते-जाते लोग मूर्ति के साथ गंदी हरकत करते हैं. उनकी इस हरकत की वजह से पुतले की ऐसी हालत हो गई है कि अब लोगों को रोकने की नौबत आ गई है.

आते-जाते लोग छूते हैं मूर्ति का स्तन. (फोटो: Reddit)
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार डबलिन में मॉली मैलोनी के पुतले से लोगों ने सालों तक ऐसी हरकत की कि अब पुतला का रंग उतरने लगा है. जो भी वहां से गुजरता है, वो पुतले के सीने को छूकर जाता है. लोगों के बार-बार छूने से कांस्य की बनी इस प्रतिमा का रंग भी सीने वाले हिस्से से उतरने लगा है. अब एक कैंपेनर ने अनुरोध किया है कि डबलिन की मौली मैलोन प्रतिमा को संरक्षित किया जाए और आम जनता को मूर्ति के स्तनों को छूने से रोका जाए.

अजीबोगरीब परंपरा की वजह से खराब हो रही प्रतिमा. (फोटो: Reddit)
छूते-छूते घिस गई मूर्ति
23 साल की टिली क्रिपवेल एक कैंपेनर हैं, उनका कहना है कि मूर्ति के सीने पर इतनी बार हाथ लगाया गया है कि अब सीने का रंग उतर गया है. उनका मानना है कि ये लोगों का अभद्र व्यवहार है, इस गंदी हरकत की वजह से मूर्ति का ऐसा हाल हुआ है. उनका मानना है कि भले ही वो एक मूर्ति है, पर वो एक महिला की मूर्ति है, ऐसे में लोग अपनी गलत सोच को दर्शा रहे हैं. डबलिन सिटी काउंसिल का कहना है कि वो टिली के प्रस्ताव पर विचार कर रहे हैं. टिली ने कहा कि मूर्ति को दोबारा पेंट करवाया जाए और उसे ऊंचे चबूतरे पर रखा जाए, जिससे कोई उसे छू न सके.
कौन है मॉली मैलोनी
अब सवाल ये उठता है कि मॉली मैलोनी कौन हैं, उनका पुतला डबलिन की सड़क पर क्यों लगा है और आखिर लोग उनके पुतले के साथ ऐसी घिनौनी हरकत क्यों करते हैं? मॉली मैलोनी का पुतला 37 साल पहले यहां पर लगाया गया था. ये किसी को नहीं पता कि मॉली असलियत में कोई महिला थी या सिर्फ काल्पनिक किरदार है. माना जाता है कि ये महिला डबलिन की सड़कों पर कभी शेलफिश बेचा करती थी. मॉली मैलोनी के किरदार को डबलिन के मध्यम वर्ग और निम्न मध्यम वर्ग से जोड़कर देखा जाता है. आयरलैंड में एक पारंपरिक लोक गीत है, जिसमें मॉली का जिक्र आता है. गाने के मुताबिक वो एक मछली बेचने वाले शख्स की बेटी थी जो छोटे ठेले पर मछलियां बेचने निकलती थी. उसकी मौत तेज बुखार से हुई थी, मगर मरने के बाद उसका भूत डबलिन में लौट आया और माना जाता है कि आज भी उसका भूत रात में वही ठेला लेकर निकलता है. कुछ लोगों का तो मानना है कि वो दिन में मछली बेचा करती थीं और रात में गलत कामों में लिप्त हो जाती थीं. इस मूर्ति को जीन रेनहार्ट ने बनाया था.
इस वजह से मूर्ति के स्तन को छूते हैं लोग
अब आते हैं दूसरे सवाल पर कि आखिर लोग मूर्ति का सीना क्यों छूते हैं? दरअसल, बीते कई सालों में एक मान्यता फैलने लगी कि मूर्ति का सीना छूने से इंसान की किस्मत अच्छी हो जाएगी. बस फिर क्या था, ये सिलसिला तेजी से चल पड़ा और हर आता-जाता व्यक्ति मूर्ति का सीना छूने लगा. कई टूरिस्ट कंपनियों ने भी इस अंधविश्वास को फैलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. उन्होंने फैला दिया कि अगर कोई मूर्ति के स्तन को छूते हुए फोटो खिंचवाएगा तो वो दोबारा इस शहर में लौटकर जरूर आएगा.
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Source – News18