10 साल तक परेशान रही महिला, डॉक्टर नहीं पता लगाए वजह, खुलासा हुआ तो टूटा पहाड़
10 साल पहले हुई थी शुरुआत
30 साल की तमीका 2015 से थकान, वजन बढ़ना, सूजन जैसे लक्षणों से जूझ रही थीं. डॉक्टर हर बार यही कहते, ‘चिंता मत करो, ये एंग्जायटी है. ब्लड टेस्ट बिल्कुल ठीक हैं.’ तमीका जानती थीं कि कुछ गड़बड़ है, लेकिन खुशहाल जिंदगी और डॉक्टरों की तसल्ली ने उन्हें चुप करा दिया. वे बताती हैं, ‘मैं खुश तो थी, लक्षणों ने मुझे पूरी तरह तोड़ नहीं दिया था, तो सोचा यही सामान्य है,’
लेकिन 2019 में गर्भावस्था के दौरान थायरॉइड की समस्या सामने आई. डॉक्टरों ने दवा दी और कहा, ‘प्रेग्नेंसी में ऐसा होता है.’ दवा बंद करने के बाद वजन तेजी से बढ़ा, चेहरा फूला-सूजा लगने लगा. फिर वही बातें होने लगी, ब्लड टेस्ट नॉर्मल आया. तमीका ने इस बात को जाने नहीं दिया. जिंदगी की भागदौड़ में ये लक्षण उनकी दिनचर्या का हिस्सा बन गए.

जिस दिन महिला को सच का पता चला, उस पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा. (प्रतीकात्मक तस्वीर: Canva)
गले में गंभीर सूजन
फिर अगस्त 2023 में, बेटे के जन्म के छह हफ्ते बाद तमीका ने आईने में गले में एक बड़ी सूजन देखी. बायीं तरफ थायरॉइड दर्द कर रहा था, इतना कि दिखाई दे रहा था. घबराहट में वो डॉक्टर के पास पहुंचीं, जिन्होंने इमरजेंसी रूम भेज दिया. ‘मुझे लगा पोस्टपार्टम थायरॉइडाइटिस होगा,’ ब्लड टेस्ट की रिपोर्ट फिर ठीक आई, लेकिन स्कैन में ‘कुछ’ दिखा. ज्यादा जानकारी न मिलने पर दूसरा स्कैन सुझाया गया, लेकिन फॉलो-अप नहीं हुआ.
थकी हुई स्तनपान कराती मां के लिए ये बोझ था. सूजन चली गई, तो तमीका ने भी नजरअंदाज़ कर दिया. नवंबर 2024 में गले के बायीं तरफ एक लिम्फ नोड फूला. डॉक्टर ने कहा, ‘शायद कुछ नहीं, अगर यह बना रहे तो आना.’ दो महीने बाद भी वैसा ही होने पर तमीका लौटीं. डॉक्टर बोले, ‘यकीन है कुछ नहीं, लेकिन चेक करा लो.’ अल्ट्रासाउंड हुआ, और अगले ही दिन फोन आया – उन्हें थायरायड का कैंसर था, जिसकी पुष्टि सीटी स्कैन और बायोप्सी ने भी की.
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Source – News18

