छुट्टियां मनाने गई थी महिला, शराब पीकर चली गई आंखों की रोशनी, फिर…

दुनिया भर में छुट्टियों के दौरान शराब पीना कई लोगों के लिए सामान्य अनुभव है, लेकिन कनाडा की एक महिला की कहानी यह चेतावनी देती है कि आपका पसंदीदा ड्रिंक भी जानलेवा साबित हो सकता है. कनाडाई नागरिक एशली किंग ने सोशल मीडिया पर अपना अनुभव साझा करते हुए बताया कि कैसे बाली में एक जहरीली कॉकटेल पीने के बाद उन्होंने अपनी आंखों की रोशनी खो दी. उनका इलाज फौरन करना पड़ा मगर उसका कोई फायदा नहीं हुआ, हालांकि, एशली कहती हैं कि वह “खुशनसीब” हैं कि वह जिंदा बच गईं क्योंकि इस तरह के मामलों में कई लोगों की मौत हो जाती है. दिसंबर में, फिजी के एक लग्जरी रिसॉर्ट बार में जहरीली शराब पीने के बाद सात पर्यटक अस्पताल में भर्ती हुए. इससे एक माह पहले, लाओस में छह युवा यात्रियों, जिनमें एक अमेरिकी भी शामिल था, की मौत इसी कारण हुई.

हर साल हजारों लोग मेथनॉल मिश्रित शराब पीने से मारे जाते हैं या गंभीर रूप से बीमार पड़ते हैं. मेथनॉल एक पारदर्शी, ज्वलनशील तरल है, जिसकी गंध और स्वाद पीने योग्य एथनॉल से लगभग समान होती है, लेकिन यह इंसानों के लिए अत्यधिक विषैला है. विशेषज्ञों के अनुसार, सिर्फ 30 मिलीलीटर मेथनॉल किसी व्यक्ति की जान ले सकता है, और 15 मिलीलीटर से स्थायी रूप से अंधापन हो सकता है. यह रसायन पेट्रोल, पेंट थिनर, एंटीफ्रीज़ और विंडशील्ड वॉशर फ्लूइड जैसे औद्योगिक उत्पादों में इस्तेमाल होता है. 2011 में कॉलेज शुरू करने से पहले गैप ईयर पर दक्षिण बाली घूमने गई एशली ने एक हाई-एंड बार में वोडका कॉकटेल पी थी. उन्हें लगा यह एक सामान्य रात है, लेकिन दो दिन बाद, ऑस्ट्रेलिया पहुंचने पर उन्हें बोलने में कठिनाई और असामान्य व्यवहार महसूस हुआ.

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पी ली जहरीली शराब
न्यूजीलैंड पहुंचने के बाद, एक सुबह वह उठीं तो सब कुछ काला दिखाई दे रहा था, कमरे में अंधेरा नहीं था, बल्कि उनकी दृष्टि चली गई थी. सांस लेने में भी परेशानी हो रही थी. अस्पताल में जांच से पता चला कि उनके खून में खतरनाक स्तर का मेथनॉल मौजूद है. डॉक्टरों को भी हैरानी हुई कि वह जिंदा हैं. मेथनॉल शरीर में जाकर फॉर्मल्डिहाइड और फॉर्मिक एसिड में बदल जाता है, जो खून को खतरनाक रूप से अम्लीय बना देता है. शुरुआती लक्षण सामान्य शराब पीने जैसे लग सकते हैं, चक्कर आना, मतली, उल्टी, थकान लेकिन 12 से 24 घंटे में स्थिति जानलेवा हो सकती है. गंभीर मामलों में अंधापन, दौरे और कोमा हो सकता है.

दृष्टिहीन हो गईं एशली
एशली का इलाज तुरंत शुरू हुआ. आश्चर्यजनक रूप से, उन्हें अस्पताल में वोडका और ऑरेंज जूस पिलाया गया ताकि मेथनॉल को शरीर से बाहर निकाला जा सके. इसके अलावा, हेमोडायलिसिस और स्टेरॉयड भी दिए गए. इलाज के बाद भी उनकी सिर्फ 2% दृष्टि बची, जिसे वह “बर्फबारी या टीवी स्क्रीन” जैसा बताती हैं. एशली कहती हैं, “तीन दिन पहले तक मेरा पूरा भविष्य सामने था, और अब आप कह रहे हैं कि मैं अंधी हूं?” एशली अब एक Change.org याचिका चला रही हैं ताकि स्कूलों और एयरपोर्ट्स पर मेथनॉल के खतरों के बारे में जागरूकता फैलाई जा सके. वह कहती हैं, “यह नहीं होना चाहिए, लेकिन होता है और बहुत कम लोग इसके बारे में जानते हैं.”

Source – News18