छत्तीसगढ़ के इस गांव का नाम सुन नहीं रोक पाएंगे हंसी, अब मुख्यमंत्री के दिए…

रायपुर : रायपुर जिले के भैंसा गांव का नाम सुनकर जहां एक ओर लोग चौंक जाते या हंसने लगते हैं, वहीं अब यही नाम विकास की नई पहचान बनने जा रहा है. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने गांव के लिए करोड़ों की योजनाओं की घोषणा की है, जिससे ग्रामीणों में उत्साह का माहौल है.
भैंसा गांव के नाम की दिलचस्प कहानी
रायपुर जिले की ग्राम पंचायत भैंसा का नाम सुनते ही लोग मुस्कुराने लगते हैं, लेकिन इसके पीछे की कहानी बहुत कम लोग जानते हैं. गांव के पूर्व सरपंच दुर्गेश्वर साहू ने लोकल18 को फोन पर बताया कि पुराने समय में इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में भैंसें(भैंसा) आती थीं. संभवतः उसी से इस गांव का नाम ‘भैंसा’ पड़ गया.
नाम को लेकर मज़ाक भी, लेकिन गर्व भी
पूर्व सरपंच दुर्गेश्वर साहू ने बताया कि उन्हें कभी गांव के नाम को लेकर शर्मिंदगी नहीं हुई, लेकिन जब जनपद पंचायत स्तर की बैठकों में जाते थे तो अन्य सरपंच मज़ाक में कहते कि \”लो, भैंसा का सरपंच आ गया!\” इस पर साहू मुस्कुराते हुए जवाब देते \”मैं भैंसा का नहीं, ग्राम पंचायत भैंसा का सरपंच हूं\” यह जवाब एक पहचान और सम्मान की भावना से भरा हुआ होता था.
जनसंख्या और पंचायत की स्थिति
भैंसा गांव की जनसंख्या लगभग 5 से 6 हजार है. पंचायत में करीब 3,000 मतदाता हैं. गांव नेशनल हाईवे से सटा हुआ है और रायपुर जिला मुख्यालय से 50 किलोमीटर दूर स्थित है. यह एक स्वतंत्र ग्राम पंचायत है, जिसका कोई आश्रित गांव नहीं है. यहां के अधिकतर लोग खेती-किसानी और दुकानों के व्यवसाय में लगे हुए हैं.
सीएम की घोषणाओं से ग्रामीणों में खुशी की लहर
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज के आयोजित समाधान शिविर में भैंसा गांव को बड़ी सौगात दी. उन्होंने करीब 3.5 करोड़ के विकास कार्यों की घोषणा की, जिनमें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए 75 लाख रुपए, हाईस्कूल भवन निर्माण के लिए 75.23 लाख रुपए, पानी टंकी और पाइपलाइन विस्तार के लिए 55 लाख, हायर सेकेंडरी स्कूल के लिए 50 लाख रुपए, अहाता और शेड निर्माण के लिए 20 लाख रुपए शामिल है. साथ ही यहां नई पुलिस चौकी की स्थापना भी की जाएगी.
अब ‘भैंसा’ नाम नहीं, गांव की तरक्की होगी चर्चा का विषय
भैंसा गांव अब अपने नाम के लिए नहीं, तेजी से हो रहे विकास के लिए जाना जाएगा. मुख्यमंत्री की घोषणाओं ने यहां के लोगों के चेहरे पर मुस्कान और भविष्य के प्रति विश्वास जगा दिया है. गांव का नाम ‘भैंसा’ भले ही लोगों के लिए अजीब लगे, लेकिन अब यही नाम छत्तीसगढ़ की ग्रामीण सशक्तिकरण की मिसाल बनने जा रहा है.
Source – News18

