यहा बनी विश्व की सबसे बड़ी रोटी, 21 हलवाइयों ने 207 किलो आटे से की तैयार

रवि पायक/भीलवाड़ा. यूं तो आपने घर में रोटी बनते हुए तो बहुत बार देखा होगा और अलग-अलग प्रकार की रोटी भी आपने देखी होंगी. लेकिन भीलवाड़ा में एक रोटी रिकॉर्ड बनाने जा रही है. क्योंकि भीलवाड़ा शहर के रहने वाले कैलाश सोनी ने अपना जन्मदिन बड़े अनोखे ढंग से मनाया है. इसको लेकर भीलवाड़ा शहर के हरी सेवा धाम में उन्होंने विश्व की सबसे बड़ी रोटी तैयार करने का दृढ़ निश्चित किया है. करीब 5 घंटे की मशक्कत और 21 हलवाइयों के द्वारा विश्व की सबसे बड़ी रोटी बनाकर तैयार की गई है. इसका वजन 185 किलो दर्ज किया गया है इसके बाद इसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए भेजा जाएगा.

गौरतलब है कि इससे पहले जामनगर का गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में करीब 145 किलोग्राम की रोटी बनाने का रिकॉर्ड है. अब इससे बड़ी रोटी भीलवाड़ा में बनाई गई. कैलाश सोनी ने बताया कि जन्मदिन के उपलक्ष पर हर कोई अलग-अलग तरीके से जन्मदिन मनाते हैं कोई केक काटता है तो कोई मोमबत्ती बुझाता है. वहीं, कई लोग तो स्नेह भोज का भी आयोजन करते हैं. लेकिन मैंने सोचा कि क्यों ना अपने जन्मदिन को सनातन संस्कृति की ओर बढ़ावा देने के साथ बनाया जाए. हमने सोचा कि भीलवाड़ा का नाम विश्व पटल पर हो इसके लिए हमने विश्व की सबसे बड़ी रोटी बनाने का निश्चित किया है.

भक्तों को की गई वितरित

देशभर से अलग-अलग राज्यों से आई 21 हलवाइयों द्वारा यह रोटी बनाई गई है और इसके लिए चूल्हे का निर्माण भी 2000 ईंट के द्वारा किया गया है. 2 हजार किलो कोयला, इसके साथ ही शुद्ध मिट्टी से यह चूल्हा बनाया गया है. इस रोटी को बनाने के लिए किसी भी प्रकार के गैस और पेट्रोलियम पदार्थ का इस्तेमाल नहीं किया गया है. यह शुद्ध सनातनी रूप से चूल्हे को जलाया गया है. रोटी तैयार होने के बाद यहां आने वाले भक्तों को प्रसाद के रूप में पंचकुटी की सब्जी के साथ यह रोटी वितरित की गई है.

207 किलो आटे का हुआ इस्तेमाल

कैलाश सोनी ने बताया कि इस रोटी को बनते देखने के लिए लोगों की भीड़ लग गई थी. ये तैयार होने के बाद अब इसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए चैलेंज किया. हरी सेवा धाम मंदिर में बनाई जाने वाली इस रोटी का वजन करीब 185 किलोग्राम हैं. रोटी को सेकने के लिए लोहे का तवा भी 1 हजार किलोग्राम वजन है. इस रोटी को तैयार करने के लिए 12×16 फिट का तवा तैयार किया है. वहीं, 20 फीट लंबे लोहे के पाइप का बेलन तैयार किया गया. इसकी मोटाई लगभग 70 एमएम की थी. वहीं, इसके साथ इसमें 207 किलो आटे का इस्तेमाल किया गया है और 10 किलो मैदा का और करीब 15 किलो देसी घी और कुछ पानी और तेल का इस्तेमाल किया गया है.

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Source – News18